प्रस्तावना

इस भू-संपर्क अभिलेख* का आंशिक प्रयोजन है अंग्रेज़ी के लेख आप लोगों तक हिन्दी भाषा में पहुंचाना। इस भू-लेख* के और भी बहुत निजी प्रयोजन हैं। मेरा पहला महत्वपूर्ण निजी लक्ष्य है, कुंजीपटल** से हिंदी में लिखना सीखना। सम्भवतः उससे भी महत्वपूर्ण लक्ष्य है, भूली हुई हिंदी भाषा का प्रचार, जो आज के पश्चिमी संस्कृति के शोर में गूंगी होती जा रही है। यह भी किसी विकलांग की तरह किसी अनुशासनहीन समाज के उपहास का आशय बन गई है। इसी के साथ पश्चिमी संस्कृती के वाद्य (संगणक/कंप्यूटर)भी इस विकलांगता को सहयोग नहीं दे रहें हैं।

हिंदी साहित्य में अच्छे हास्य लेखों की खोज की यात्रा भी मुझे यहाँ लाई है। हिंदी में मुझे बहुत हास्य-व्यंग्य मिले, पर हास्य केवल व्यंग्य की निधि नहीं है। हिंदी साहित्य में मुझे व्यंग्यहीन हास्य और विचित्र काल्पनिक लेखन का अभाव दिखई दिया। मैं कोशिश करूंगा की आप लोगों तक इन शैलियों के, और प्रेरक, उत्कृष्ट (सब से अच्छे) लेख पहुंचाऊं।

निराधिकारीकरण ***-

--अंत मे मैं आपसे अपनी हिंदी की गल्तियों के लिये माफ़ी मांगना चाहता हूँ। में उसी शोर का बनाया बेहरा हूँ जिससे मैं हिंदी को बचाने की कोशिश कर रहा हूँ। मुझे यह प्रस्तावना लिखने में तीन घंटे का वक्त लगा है। कृपया मेरी छोटी से छोटी गलतियों का उल्लेख ज़रूर करें।

--मैं यह भी प्रत्यक्ष करना चाहता हूँ की मैंने इस प्रस्तावना को लिखने में गूगल की अनुवादक सेवा (translate.google.com, "ट्रांस्लेट.गूगल.कॅाम") का उससे कहीं ज़्यादा प्रयोग किया है जितना मैं स्वीकार करना चाहूँगा।

--^ इस चिह्न का मतलब है कि मैंने इन शब्दों का निर्माण करने का दुस्साहस किया है।

^*भू-संपर्क अभिलेख - blog (ब्लौग या ब्लॅाग), प्रस्तावित संक्षिप्तीकरण - भू-लेख या संपर्कलेख
**कुंजीपटल - keyboard (कीबोर्ड)
^***निराधिकारीकरण/निद्य्ढ़ीकरण - Disclaimer (डिसक्लेमर)

Comments

  1. बहुत अच्छा. नई शुरुआत में शुभकामनाएं

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  2. I appreciate motive of your blog !!
    I'll try to comment in hindi next time.

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  3. बहुत अच्छा प्रयास! कुछ गलतियाँ हैं, लेकिन यकीन है आगे उनमें सुधार होगा. लगे रहो पुलिन भाई!

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  4. प्रोत्साहन के लिए आप सब का धन्यवाद।

    मैं कोशिश करूँगा कि कम से कम गलतियाँ करूँ। गलतियाँ निकालकर आप लोग मेरी मदद कर सकते हैं।

    अक्षिता - मुझे बहुत खुशी होगी हिंदी में तेरी टिप्पणी देख कर। :) और मेरे संपर्कलेख का उद्देशय समझने और सरहाना करने का धन्यवाद। :) :)

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